Hindi - why vehicles are driven to the left side in India and right side in America? आखिर अमेरिका में उल्टी दिशा में ड्राइविंग क्यों करते हैं? अक्सर हमारे दिमाग में ये सवाल होता है कि अमेरिका और कई दूसरो देशों में गाड़ी दाए (राइट) और क्यों चलाते है ? America me right side me car kaise chalate hai Hindi - why vehicles are driven to the left side in India and right side in America? अगर अमेरिका की ही बात करे तो वह गाड़ी तो राइट साइड में चलाते ही है और भी बहुत कुछ उल्टा है , जैसे कि ताले की चाबी भी उल्टी लगती है , अमेरिका की कोई क्रिकेट टीम नहीं है , अमेरिका की इंग्लिश के स्पेलिंग में बदलाव किया गया है और उसके पीछे का इतिहास बहुत ही रोचक एवम् गर्व करने वाला है । सबसे पहले तो हम ये जान लेते है की आखिर ये सब उल्टा ही क्यों करते है ? जब अमेरिका अंग्रेजो की गुलाम से आजाद हुआ तो तो अमेरिकन लोगो नी निश्चय किया कि अंग्रेजो की कोई भी चीज का हम स्वीकार नहीं करेंगे । यही कारण का पालन करते हुए उसने गाडियां लेफ्ट साइड की जगह राइट साइड में चलाए , गाड़ी का स्टरियिंग क...
बहुत कम लोग यह जानते हैं कि भगत सिंह ने जेल में रहते हुए चार किताबे लिखी थी। हालांकि, उनके द्वारा लिखी गयी सभी किताबें नष्ट हो गयी थी, पर जो उनकी याद के तौर पर बच गयी वह है उनकी डायरी। वह डायरी, जिसमें उन्होंने कविताएं लिखी, नोट्स बनाये और साथ ही कुछ बेहतरीन लेखकों की कुछ अच्छी पंक्तियाँ भी लिखीं। यह डायरी सितम्बर 1929 से मार्च 1931 के बीच लिखी गयी और उनकी मृत्यु के बाद उनके परिवार को सौंप दी गयी थी। एक बंदूकधारी क्रन्तिकारी की उनकी छवि के विपरीत उनकी डायरी उनके भीतर के कवी और लेखक को उजागर करती है। भगत सिंह की 404 पेज की जेल-डायरी विभिन्न प्रकार के विषयों पर लिखे गये अंश, नोट्स और उदाहरणों से भरी है, जो न केवल उनके गंभीर अध्ययन और बौद्धिक अंतर्दृष्टि को दर्शाती है, बल्कि उनकी सामाजिक और राजनीतिक चिंताओं को भी सामने लाती है। जेल में बिताये अपने समय के दौरान उनके द्वारा लिखे गये कुछ मूल विचार और कविताओं का एक अंश यहाँ प्रस्तुत है... “मैं एक आदमी हूँ और इसलिए जो भी बात मानवजाति को प्रभावित करे, वह मुझे चिंतित करती है।” “मैं इतना पागल हूँ कि जेल में भी आजा...
पासपोर्ट की तस्वीर में आखिर मुस्कराना मना क्यों होता है, क्यों रहना चाहिए नेचुरल फेस जब भी आप पासपोर्ट बनवाने के लिए पासपोर्ट आफिस जाएंगे तो जब आपकी फोटो खिंचने का नंबर आएगा तो संबंधित शख्स आपको ये दिशा निर्देश जरूर देगा कि अपने चेहरे को बिल्कुल नेचुरल रखें. इसमें स्माइल करने की कोशिश नहीं करें.आखिर ऐसा क्यों है. पासपोर्ट पर आपकी मुस्कुराती हुई तस्वीरें क्यों मना हैं. तकरीबन पूरी दुनिया में अब पासपोर्ट बनवाते समय जब तस्वीरें खींची जाती हैं तो यही कहा जाता है.इसके लिए हर मुल्क ने अब कानून बना दिये हैं. वजह ये है कि पासपोर्ट पर फोटो क्लियर हो. बाल पीछे रहें. अलबत्ता अगर आपका नेचुरली स्माइल देता हुआ हो तो वो चल जाएगा. दरअसल कुछ सालों पहले तक फोटो में चश्मा पहनने और अपने हेयर स्टाइल से चेहरे को हल्का ढकने की आजादी थी. लेकिन अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में 26/11 हमले के बाद सब कुछ बदल गया. एयरपोर्ट पर इस्तेमाल होने वाली बायोमेट्रिक टेक्नोलॉजी ने पासपोर्ट और फोटो को पूरी तरह बदल कर रख दिया. कुछ देशों के पासपोर्ट्स में चिप लगी होती है. इसमें आपका पूरा डेटा होता है. फोटो देती है आपकी पूर...
सोनिया गाँधी का पूरा नाम अन्टोनिया एड्विज अल्बीना मैनो है. इनका जन्म 9 दिसम्बर सन 1946 को इटली के लूसिआना शहर के कॉनट्रडा मैनी जिला/क्वाटर के वेनेटो में विसेन्ज़ा से 30 किमी दूर एक छोटे से गाँव में हुआ, जहाँ वे अपने परिवार के साथ रहती थीं. उनके परिवार का नाम “मैनो” है, उनका परिवार वहाँ कई पीढ़ियों से रह रहा है. इन्होंने अपनी युवास्था ओर्बस्सानो में व्यतीत की, इसके बाद टूरिन के पास एक शहर है, जहाँ एक पारंपरिक रोमन कैथोलिक परिवार में ये पली बढ़ी और वहीं के एक कैथौलिक स्कूल का वे हिस्सा बनी. इनके पिता स्तेफेनो मैनो, जोकि ओर्बस्सानो में ही एक छोटे से व्यापार के मालिक थे. इनके पिता स्तेफेनो ने द्वितीय विश्व युद्ध में पूर्वी मोर्चे पर, एडोल्फ हिटलर के साथ सोवियत सेना के खिलाफ लड़ाई लड़ी. उन्हें बेनिटो मुसोलिनी का एक वफादार समर्थक और इटली के राष्ट्रीय फासिस्ट पार्टी कहा जाता था. सन 1983 में इसके पिता की मृत्यु हो गई, उनकी माँ और दो बहनें अब भी ओर्बस्सानो में ही रह रहीं हैं. सन 1964 में सोनिया गाँधी, कैम्ब्रिज शहर में “बेल एजुकेशन ट्रस्ट के भाषा स्कूल” में अंग्रेजी का अध्ययन करने ...
1. जल की अनुपस्थिति में जीव जीवित नहीं रह सकती। सभी जीवो में कोशिकाएं होती हैं और यह कोशिकाएं जीव द्रव्य से बनी होती है जिसमें लगभग 90 % जल होता है। 2. हमारे शरीर में पाया जाने वाला जल भोजन से प्राप्त पोषक तत्वों को घोलकर इन्हें शरीर के सभी अंगों तक पहुँचा देता है। 3. जल स्वेदन तथा वाष्पन की प्रक्रियाओं द्वारा मानव शरीर के ताप को नियंत्रित करता है। 4. जल हमारे शरीर के अपशिष्ट पदार्थों (मल-मूत्र इत्यादि) के उत्सर्जन के लिए एक अच्छा माध्यम है। 5. नदियों और समुद्र में नावों और जलयानों के द्वारा यात्रियों और सामानों का एक स्थान से दूसरे स्थान तक परिवहन होता है। 6. हम पानी का अत्यधिक उपयोग पीने में, नहाने में, कपड़े धोने में और खाना पकाने इत्यादि में करते हैं। खाना पकाने और पीने का पानी कीटाणु-रहित तथा स्वच्छ होना चाहिए। 7. जल का उपयोग सामान्यतया औषधि के रूप में भी करते हैं। आइस-बैग सिरदर्द में आराम पहुँचाता है, जबकि पानी की मिट्टी का इस्तेमाल बुखार को कम करने में किया जाता है। 8. ऊंचाई से तेज गति से गिरते हुए जल में ऊर्जा होती है जिसका प्रयोग हम बिजली बनाने...
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